इस पर माणक चौक थाना पुलिस ने बताया कि प्रमोद यादव ने केस दर्ज कराया है। उन्होनें बताया कि सिरही ड्योडी की ओर स्थित बड़े दरवाजे पर जहां गणेशजी और अन्य देवी देवताओं का चित्रण है। उसे किसी समय राज परिवार का एंट्री गेट में से एक माना जाता था। हर दरवाजे पर नगाड़े बजाने वालों को रखा गया था पूर्व राजपरिवार की ओर से और इनके परिवार को भी चार से पांच कमरे अलाॅट किए जाते थे जब तक कि वे रिटायर नहीं हो जाए तब तक यहां रह सकते थे।
राजशाही जाने के बाद भी सिरही ड्योडी दरवाजे पर नगाड़े बजाने वाले अब्दुल सलाम को इसलिए नहीं हटाया गया था क्योंकि उसके बाद उनके एवं परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाता। इस कारण पूर्व राजपरिवार 2018 तक वहां पर नगाड़े बजवाता रहा और 2018 में अब्दुल सलाम के रिटायर होने के बाद वह बंद कर दिया गया। लेकिन उसके बाद से अब तक अब्दुल सलाम और उसके परिवार ने कब्जा नहीं छोड़ा। जबकि कई बार इस बारे में राजपरिवार से विवाद हो चुका हैं।
तो वहीं पूर्व राजपरिवार की ओर से दर्ज केस में यह बताया गया है कि उक्त कब्जाधारी सम्पत्ति के फर्जी दस्तावेज बनाकर और असल में कांटछाट कर ये बिजली और पानी के कनेक्शन लिए गए हैं। फिलहाल अब माणक चौक थाना पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
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