कर्नल राज्यवर्धन के भाषण से परेशान होकर सोनिया गांधी छोड़कर गईं सदन,BJP सांसदों ने मेज थपथपा कर किया राज्यवर्धन का उत्साहवर्धन
नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण से सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने लोकसभा में रेल बजट पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने यूपीए सरकार के कार्यकाल में रेलवे की हुई दुर्दशा पर जमकर बरसे और मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान रेलवे में हुए विकास कार्यों की जमकर तारीफ की। कर्नल राज्यवर्धन के भाषण से परेशान होकर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी को सदन छोड़कर जाना पड़ा।
यूपीए सरकार को घेरते हुए कर्नल राज्यवर्धन ने 2012 में ककोटकर कमेटी की रिपोर्ट का हवाला दिया जिसके अनुसार यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान रेलवे के बुनियादी ढ़ाचे और रख-रखाव की उपेक्षा की गई। कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कांग्रेस हमेशा कहती है कि भाजपा आंकड़ो के साथ खेलती है किन्तु कोरोना के समय जब भारतीय रेल ने साढे छः करोड़ श्रमिकों को अपने घरों तक पहुंचाया, हजारो मिलियन मैट्रिक टन ऑक्सीजन अलग-अलग राज्यों तक पहुंचाई ये आंकड़ें नहीं बताए जा रहे हकीकत में ऐसा हुआ है।
कर्नल राज्यवर्धन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रेल मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि साधारण यात्रियों पर व्यर्थ बोझ ना बढ़े और उन्हे बेहतर सेवा मिले इसके लिए नये-नये तरीके निकाले गए है। उन्होंने यूपीए सरकार और भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान रेलवे के विकास कार्यों की तुलना करते हुए बताया कि यूपीए सरकार के दौरान 2013-14 में जब कोरोना नहीं था तब फ्रीड कैरिज लगभग एक हजार मिलियन मैट्रिक टन था, 2021 में और जब पूरी दुनिया का सप्लााई चेन बिगड़ गया था उस समय फ्रिड केरिज बारह सौ मिलियन मैट्रिक टन मोदी सरकार ने किया। 2010 से 2013 के बीच यूपीए सरकार के समय 54 नई लाईन स्वीकृत की गई जिनकी लम्बाई लगभग 5500 किमी. थी। मोदी सरकार के समय 51000 किमी. लम्बाई के 500 प्रोजेक्ट तैयार हुए जिनमें से लगभग 21 हजार किलोमीटर की 190 नई लाईनों के प्रोजेक्ट है।
उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने अपने कार्यकाल में मीटर गेज से ब्रोड गेज में मात्र 9 कर्वजन किए जबकी मोदी सरकार ने 6500 किलोमीटर की लम्बाई के 50 कर्वजन किए। 2010 और 2014 के बीच यूपीए सरकार ने 3000 किमी. लाइन का विद्युतिकरण किया जबकि मोदी सरकार ने 18000 किमी. लाईनों का विद्युतिकरण किया। इसी कारण प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि कांग्रेस के 60 सालों में रेल पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
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