गौरतलब है कि महापौर मुनेश गुर्जर ने 30 दिसंबर 2020 को जयपुर के सोढ़ाला में दौरे पर गयी थीं उस दौरान रामराजपुरा कॉलोनी का निरीक्षण करते वक्त वहां रहने वाले बनवारी लाल के घर पहुंची तब इशिता के बारे में बताया। इशिता जाजोरिया को 1 जनवरी 2021 में गोद लिया जिसका पालन-पोषण, शिक्षा अन्य जिम्मेदारी को निभाया जा रहा है एवं परिवार की भी मदद की जा रही है।
बता दें कि इशिता एक गरीब परिवार में पैदा हुई व बचपन से ही सुन व बोल नहीं सकती थी। इशिता के पिता बनवारीलाल खुद एक निजी कंपनी में संविदा पर जयपुर में ही बागवानी का काम करते है एवं कभी मजदूरी करते है लेकिन बनवारी लाल की सेलेरी इतनी नहीं है कि इशिता की बीमारी का खर्च उठा सके एवं घर भी चला सके।
इशिता का तीन बार एसएमएस हॉस्पिटल में ऑपरेशन किया गया है, जिसका इलाज निरंतर चल रहा है एवं निरंतर महापौर द्वारा ध्यान भी दिया जा रहा है। महापौर ने इशिता को एक दिन का महापौर भी बनाया था।
महापौर मुनेश गुर्जर द्वारा इशिता जाजोरिया का जन्मदिन पर रतन बाग गार्डन, संस्कार स्कूल तिराहा सिरसी रोड़, खातीपुरा, जयपुर में जन्मदिन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमे इशिता को जन्म दिवस पर सैकड़ों लोगों ने लंबी उम्र एवं स्वस्थ रहने की का आर्शीवाद दिया।
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