राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने गुरुवार को हरिश्चन्द्र माथुर राजस्थान लोक प्रशासन संस्थान में लोक सेवा दिवस के अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय वन सेवा, भारतीय राजस्व सेवा और राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को सम्बोधित किया।
उन्होंने कहा है कि लोक सेवक लोकतंत्र के सशक्त प्रहरी होते हैं। उन्होंने लोक सेवकों से प्रशासनिक जटिलताओं को दूर करते हुए जनकल्याण कार्यों की प्रक्रिया को सुगम और आसान बनाने का आह्वान किया है।
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि लोकसेवकों के लिए राजधर्म ही सर्वोपरि होता है और लोकतंत्र में संविधान का पालन सुनिश्चित करना ही राजधर्म है। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हमारे लिए धर्मग्रंथों की तरह पवित्र है, यह हमें अधिकार देता है तो कर्तव्यों की सीख भी देता है।
राज्यपाल ने कहा कि लोक सेवक शासन तंत्र में जनता के सर्वाधिक करीब रह कर कार्य करते हैं। व्यापक अनुभव के कारण उनमें निष्पक्षता के साथ जनता के मनोभावों को समझ कर परिस्थिति का सटीक विश्लेषण करने की विशेष योग्यता होती है। उन्होंने कहा कि लोक सेवक ही सरकारी योजनाओं, कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हैं।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक एम.एल. लाठर, प्रधान मुख्य वन संरक्षक डी.एन. पाण्डेय सहित प्रशासनिक, पुलिस एवं अन्य सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारीगण तथा गणमान्यजन उपस्थित रहे।
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